Jul 5, 2018
भोजपुरी फिल्मों और नाच-गाने में फ़ैली अश्लीलता के खिलाफ पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान के अभियान को समर्थन देते हुए अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री हरिगोविन्द तोमर ने कहा है कि दुर्भाग्य की बात यह है कि कुछ लोगों की करतूत ने अश्लीलता को ही भोजपुरी का दूसरा नाम बना दिया है. आजकल की भोजपुरी फिल्मों और गानों को नंगा नाच बना कर रख दिया गया है. नंगे नाच तो नंगे नाच हैं ही। आप गीतों के बोल देख लीजिये या स्टेज पर नाच रही महिला के कपडे और उसकी भाव भंगिमाएं देख लीजिये या वीडिओ में
उसके शरीर पर जूम कर रहे कैमरे का एंगल देख लीजिये , इतना ज्यादा भौंडापन, इतनी अश्लीलता, इतना घटियापन भर दिया है इन लोगों ने कि कोई वीडिओ क्या देखेगा, परिवार के साथ बैठ कर कोई गाना भी नहीं सुन सकता। ज्यादातर गीत द्विअर्थी होते हैं। शब्द जो भी हों, आसमान और बादल बोल रहे हों , लेकिन कैमरे का एंगल लड़की के जिस्म पर ही रहेगा। अब तो बारह-तेरह साल के बच्चे भी इन्हीं गीतों को गाकर लोकप्रिय हो रहे हैं।
'गंगा मईया तोहे पियरी चढ़ईबो'जैसी साफ़ सुथरी और सामाजिक फ़िल्में बनती थीं तो आदमी परिवार के साथ देखता था। नदिया के पार के लिए लोगों का तांता लगा था. लेकिन अब? इन ऐक्टर्स को ही उनके परिवार के बीच बैठाकर उनकी फ़िल्में दिखा दीजिये तो लोहा मान जाऊँ।
बड़ा मूक सवाल है- आप अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या सुनाना चाहेंगे? ``चोली टाइट हो गइल '' या ``लॉलीपॉप लागे लू। ''
कांदीवली में मुंबई इकाई की एक बैठक में उन्होंने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कराई। बैठक की अध्यक्षता सेवानिवृत्त अध्यापक श्री सत्य नारायण सिंह ने की. बैठक में मुंबई इकाई के अध्यक्ष श्री अवधेश सिंह , कांदीवली के बड़े सम्मानित दुग्ध व्यवसायी श्री सतीश सिंह और अखिल भारतीय मानवाधिकार और नागरिक विकल्प के अध्यक्ष श्री राजेश सिंह भी मौजूद थे। अखिल भारतीय मानवाधिकार और नागरिक विकल्प ने मुंबई में कई बड़े जन अभियान चलाये हैं। उनका सहयोग पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान के अभियान को काफी मज़बूत करेगा।#ObscenityInBhojpuriFilms
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